Rajasthan News : राजस्थान और मध्यप्रदेश के बीच ईस्टर्न राजस्थान कैनाल परियोजना पर समझौता होने के बाद अब इस परियोजना का विस्तृत डीपीआर बनाने का काम चल रहा है। डीपीआर में काम की पूरी लागत और समय सीमा निर्धारित की जाएगी। जलशक्ति मंत्री ने कहा कि इस परियोजना में लगभग छह वर्ष का समय लगेगा और 45 हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी।
Rajasthan News : राजस्थान ईआरसीपी परियोजना में मध्यप्रदेश का पार्वती कालीसिंध चंबल प्रोजेक्ट शामिल होने के बाद इसका नाम बदलकर पीकेसी-ईआरसीपी हो गया है। दोनों राज्यों ने इस परियोजना पर एमओयू साइन किया है। यह परियोजना लगभग 45 करोड़ रुपये की लागत से करीब 5 से 6 वर्ष में पूरी होगी। इस परियोजना की विस्तृत डीपीआर (डिटेल प्रोग्रेस रिपोर्ट) बनाना अभी बाकी है। डीपीआर में काम की पूरी लागत और समय सीमा निर्धारित की जाएगी।
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि राजस्थान में डबल इंजन की सरकार बन गई है, इसमें कोई बाधा नहीं होगी। अब पीकेसी ईआरसीपी में कोई समस्या नहीं होगी। उनका कहना था कि डीपीआर बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। डीपीआर बनाने के बाद राज्य सरकार से मंजूरी मिलेगी। केंद्रीय सरकार के स्तर पर भी इसके बाद काम शुरू होगा। शेखावत ने कहा कि डबल इंजन सरकार में कोई काम अटकेगा नहीं। इस परियोजना पर जल्द ही काम शुरू होगा। Rajasthan News
अब पांच गुना अधिक पानी उपलब्ध होगा
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा बनाई गई परियोजना को केवल 521 एमसीएम पानी मिल सकता था। जयपुर, अजमेर और टोंक के लिए भी इतना पानी पर्याप्त नहीं होगा। ERCP मध्यप्रदेश में पार्वती कालीसिंध चंबल को जोड़कर नदी जोड़ो योजना में शामिल होने से पानी की मात्रा पांच गुना बढ़ जाएगी। उनका कहना था कि पीकेसी-ईआरसीपी परियोजना पूरी होने पर राज्य के 13 जिलों को तीस साल तक 2500 एमसीएम पानी मिलेगा। 7 लाख एकड़ जमीन को पेयजल से भी सिंचाई का पानी मिल सकेगा। कई बांध और तालाब भी भरे जा सकेंगे। Rajasthan News